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SUNITA WILLIAMS STUCK IN SPACE

Sunita Williams भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर एक तकनीकी खराबी के कारण 52 दिनों से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं। उनका 10-दिन का बोइंग स्टारलाइनर मिशन कई तकनीकी समस्याओं के कारण बढ़ा दिया गया है। ये समस्याएं उनके लिए और नासा के इंजीनियरों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं।

TECHNICAL ISSUES

Sunita Williams और बुच की अंतरिक्ष यात्रा 5 जून को शुरू हुई थी, जो केवल 10 दिनों की होनी थी। लेकिन स्टारलाइनर के प्रणोदन प्रणाली में आई कई समस्याओं के कारण उनकी वापसी की तारीख अनिश्चित हो गई है। स्टारलाइनर के 28 में से 5 थ्रस्टर्स काम करना बंद कर चुके हैं, एक प्रोपेलेंट वॉल्व सही तरीके से बंद नहीं हो पा रहा है और हेलीम के पांच रिसाव भी रिपोर्ट किए गए हैं। नासा और बोइंग के इंजीनियर लगातार इन समस्याओं को सुलझाने में लगे हुए हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है।

REPAIRING STARLINER

नासा और बोइंग के इंजीनियरों ने न्यू मेक्सिको के व्हाइट सैंड्स मिसाइल रेंज पर समान थ्रस्टर्स का परीक्षण किया ताकि तकनीकी समस्या का कारण समझा जा सके। इसके अलावा, नासा के मार्शल स्पेस फ्लाइट सेंटर में भी एक जांच चल रही है ताकि यह पता चल सके कि स्टारलाइनर के प्रणोदन प्रणाली में हेलीम कैसे लीक हुआ।

HOPE FOR RETURN

हालांकि नासा और बोइंग के अधिकारियों का मानना है कि वे जल्द ही Sunita Williams और Butch को वापस ला सकते हैं। बोइंग स्पेस के एक्स अकाउंट पर दिए गए एक अपडेट के अनुसार, रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम थ्रस्टर के ग्राउंड टेस्टिंग और डेटा समीक्षा पूरी हो चुकी है। अगले हफ्ते फ्लाइट टेस्ट रेडीनेस रिव्यू के बाद, अगस्त के दौरान वापसी की संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं। स्टारलाइनर प्रोग्राम मैनेजर और वाइस प्रेसिडेंट मार्क नैपी का कहना है, “मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे पास एक अच्छा वाहन है जो क्रू को वापस ला सकता है।”

SUNITA WILLAND BUTCH’S REACTION

इस बीच, Sunita Williams और Butch अपने वापसी को लेकर आशावादी बने हुए हैं। सुनीता का कहना है, “मुझे अपने दिल में अच्छा महसूस हो रहा है कि यह अंतरिक्ष यान हमें घर वापस लाएगा, कोई समस्या नहीं होगी।” बुच ने भी अपने आत्मविश्वास को जाहिर करते हुए कहा, “हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं। वह मंत्र जो आपने सुना है, असफलता कोई विकल्प नहीं है। और इसलिए हम यहां बने हुए हैं, क्योंकि हम इसे परीक्षण करने जा रहे हैं। यही हम करते हैं।”

EXTRA TIME IN SPACE

अंतरिक्ष में अपने अतिरिक्त समय का उपयोग सुनीता और बुच वैज्ञानिक प्रयोगों में कर रहे हैं। नासा के अनुसार, वे हार्मनी मॉड्यूल में विभिन्न आकार के पौधों और जड़ों के पानी अवशोषण पर अध्ययन कर रहे हैं। वे कई तरीकों से पानी के प्रबंधन का परीक्षण कर रहे हैं। सुनीता ने प्लांट वाटर मैनेजमेंट हार्डवेयर को स्थापित किया और विभिन्न तरल तरीकों का परीक्षण किया। वहीं बुच ने हाइड्रोपोनिक्स और वायु परिसंचरण तकनीकों के साथ अतिरिक्त परीक्षण किए।

EFFECT ON HEALTH

अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने से सुनीता के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ा है। मांसपेशियों की कमी और वजन घटने जैसी समस्याएं उनके सामने आ रही हैं। अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण की कमी के कारण मांसपेशियों और हड्डियों पर दबाव नहीं पड़ता, जिससे मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। यह स्थिति सुनीता के लिए अत्यंत कष्टप्रद है, क्योंकि उनके स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट आ रही है।

DISSAPOINTMENT AND STRUGGLE

सुनीता और बुच के लिए यह समय बहुत कठिनाई भरा है। न केवल तकनीकी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है, बल्कि उनके स्वास्थ्य में भी गिरावट आ रही है। सुनीता की मांसपेशियों की कमी और वजन घटने से वह बहुत कमजोर महसूस कर रही हैं। अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहना उनके लिए शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।

EMOTIONS OF SUNITA

सुनीता इस संघर्षपूर्ण समय को सहन कर रही हैं, लेकिन उनकी भावनाएं भी प्रभावित हो रही हैं। इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में फंसे रहना और अपने परिवार से दूर रहना उनके लिए मानसिक तनाव का कारण बन रहा है। हालांकि वह अपने साथी बुच के साथ मिलकर इस कठिन समय को सहन कर रही हैं, लेकिन उनकी हालत बहुत चिंताजनक हो गई है।

HOPE FOR THE FUTURE

हालांकि सुनीता और बुच की वापसी की तारीख अभी भी अनिश्चित है, लेकिन नासा और बोइंग के इंजीनियर पूरी कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें सुरक्षित रूप से वापस लाया जा सके। सुनीता और बुच भी इस उम्मीद में बने हुए हैं कि वे जल्द ही अपने परिवार और दोस्तों के पास वापस आ सकें। उनकी इस संघर्षपूर्ण यात्रा ने उन्हें और भी मजबूत बना दिया है और उन्होंने यह साबित कर दिया है कि वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।

CONCLUSION

सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की यह अंतरिक्ष यात्रा तकनीकी समस्याओं और व्यक्तिगत संघर्षों से भरी हुई है। अंतरिक्ष में 52 दिनों से फंसे रहने के कारण सुनीता के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ा है और उनकी मांसपेशियों और वजन में कमी आई है। लेकिन उनकी आशावादिता और संघर्ष की भावना ने उन्हें इस कठिन समय को सहन करने में मदद की है। नासा और बोइंग के इंजीनियर उनकी सुरक्षित वापसी के लिए लगातार काम कर रहे हैं, और हमें उम्मीद है कि वे जल्द ही सुरक्षित रूप से वापस लौटेंगे। उनकी यह यात्रा न केवल एक तकनीकी चुनौती है, बल्कि एक मानवीय संघर्ष और साहस की कहानी भी है।

इस प्रकार, सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की यह यात्रा न केवल तकनीकी समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने की है, बल्कि एक मानवीय संघर्ष और साहस की भी कहानी है। हम सब उनकी सुरक्षित वापसी की कामना करते हैं।

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